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Saturday 19 May 2018

पद्मावती मंत्र

ॐ नमो भगवती पद्मावती सर्वजन मोहिनी
सर्व कार्य कारिणी मम विकट संकट निवारिणी 
मम् महामनोरथ पूरणी  मम् सर्व चिंतापूरणी
            ॐ पद्मावती नमः स्वाहा। 
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              ।। ॐ नमः  शिवाय।।

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

      ॐ नमस्ते अस्तु  भगवन विश्वेश्वराय,  महादेवाय त्र्यंबकाय  त्रिपुरांतकाय त्रिकालाग्नि कालाय। कालाग्नि रुद्राय नीलकंठाय मृत्युंजयाय सर्वेश्वराय  शंकराय सदाशिवाय  श्रीमन्महादेवाय नमः

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

ऐ मालिक दो जहाँ  के  तेरा  शुक्रिया ।
तूने बनाया है मुझे तू ही  मेरा मसीहा।।
अब तक तो निभाई है आगे भी निभा देना
मेरे अपने सभी पे दाता करुणा बनाये रखना ।।

Thursday 17 May 2018

BOON WORLD OF MUSIC SUMMER CAMP

Begins on 21May 2018 to 21 June 2018 in KOTA

तेरे इश्क़ ने

तेरे इश्क़ ने ज़ालिम कैसी हलचल दी मचाई 
तनमन में तेरी चाहत  किया क्या रे हरजाई
भूली मैं सब कुछ अपना सा तुझसे प्रीत लगाई
दिन का चैन और रात की नींद  क्यों तूने चुराई

भोर की शुभ वेला में हम सब

           ।। प्रातः वंदनीय।।

गीत संगीत हरिओम जोशी
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भोर की शुभ वेला में हम सब।

तेरा वंदन गाएं।।

हाथ जोड़कर शीष झुकाकर

ईश्वर तुम्हें रिझाएं।।

मन के भाव पवित्र बने और

स्नेह भाव दर्शाएं ।।

ज्ञान की ज्योति जले जीवन में

जीवन सफल बनायें।।

हर विपदा में  हर मुश्किल में  प्रभु

तुम ही एक  सहाई ।

विश्व धरा पर  गगन बिंदु पर 

तुम  ही एक  सहाई 

अंतरतम में  रोम रोम में

तुम्हें  उपस्थित पाएं

मन के भाव पवित्र बने और

स्नेह भाव दर्शाएं

Monday 14 May 2018

अपनत्व की खोज

जीवन के लंबे सफर में ।
हर एक का है ये  सपना।।
                कोई तो हो अपना
                 जो हम नशीं हो  जो  हम नवां हो।
                 कदमों के संग चलना।
जीवन के हर एक  सफर में
कोई तो हो अपना
               तन्हा न जी सकेंगे  पूरा न होगा सपना ।।
                 

Sunday 13 May 2018

My Mother is the real God

OH MY GOD WHERE IS YOUR HOUSE.
I BELIEVE THAT YOU ARE MY MOTHER
YES I CAN FEEL YOU REAL IN HER HEART
I CAN SEE YOU IN HER EYES O GOD
I'M SO LUCKY WARD OF MY LOVING MOM.
SHE GAVE ME
NOT ONLY BIRTH
NOT ONLY MILK OF  HER  CHEST.
BUT STILL SHE IS IDOL OF
CARING MY ENTIRE LIFE.
HOW CAN I FORGET TO HER
TEARS IN  MY ILLNESS SORROW AND WEAKNESS.  SHE IS ONLY IN THIS WORLD FOR ME   WHEN I AM A CHILD .
NOW MAKE ME ABLE TO CARE OF HER WHEN SHE WILL NEED ME O GOD

हनुमानजी का मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला भजन

https://youtu.be/lRlZZziL9WI ईश्वर आपको सारे सुख प्रदान करे।

Saturday 12 May 2018

विश्व मातृ दिवस के अवसर गीत I love you mom

मातृ दिवस  के अवसर पर ही नहीं बल्कि  हर वक्त माँ को आदर देने वाला भाग््यशाली होता है।

Thursday 10 May 2018

HAPPY MOTHER'S DAY salute to all mother's

No one can challenge mother's love. 

Most purist person of the world 
most loving lady of the universe 
nothing else. No one else. 
she is  my  mom. 
I could see this world just because of you. 
I could breath mom  just because of you 
you are my living God 
I always bow down my head. 
in your feet. 
I  love you mom  my lovely lovely mom. 
YOU are my first teacher 
no cost of love you asked. 
My lovely lovely mom 

Tuesday 8 May 2018

hari om & aritika lakhda tari ke mandir me

 पांडव पुत्र भीम का पुत्र घटोत्कच हुआ और उसका पुुत्र बर्बरीक हुु आ जो कि महान बलवान और तपस््वी  तथा महादानी था।  महाभारत काल में जब वह अपने अजेेेय
तीन बाण प्रहार करते थे तो शत्रु सेना की भारी क्षति हो रही थी । लेकिन इस योद्धा की यह युद्ध नीति विकट स्थिति में थी। वह जिस पक्ष में भारी हार होती थी उस तरफ से युद्ध लडता था।  तब श्री कृष्ण ने इस बात की गंभीरता को देखते हुए बर्बरीक से दान में शीष मांग लिया।  अपने वचन का पालन करने के लिए बर्बरीक ने अपलक अपने शरीर से स्वयं काट कर शीष भगवान श्री कृष्ण को समर्पित कर दिया।  तभी से यह शीष खाटूश्याम बाबा के नाम से पूजनीय है और इनके दर्शन करने के लिए लाखों भक्त दूर दूर से आते हैं।  

वक्त की परछाइयाँ "

             "  उम्र के मुकाम पर पहुंच गई ज़िंदगी "
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ये है वक्त की परछाइयाँ।  ज़िंदगी की अंगडाइयां ।।
नाजुक था जिन पर और यकीं था
प्यार मुहब्बत का  मकीं था
ग़म में हों या फिर खुशी की
सारी बातें दरमियाँ।
ये है वक्त की परछाइयाँ........ 

Tuesday 1 May 2018

आज हर कोई अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है।

नमस्ते 🙏  आप सभी को शुभकामनाएँ देते हुए निवेदन है कि इस बार संगीत के क्षेत्र से बाहर हो कर न्ई सोच पर बात करने का मन कर रहा है। 
आज हर कोई अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है कि ना जाने आने वाला समय कैसा होगा और मानसिक रूप से विश्वास की डोर जो आज तक कायम है वो आने वाले समय में भी रहेगी या नहीं। 
मनुष्य तब भी भ्रम में जीने को मजबूर था और अब भी उसके पास कोई सही भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने का माध्यम नजर नहीं आता। 
विश्व में सब कुछ ठीक वैसा ही हो रहा है।  एकदूसरे से टकराव युद्ध की स्थिति। परमाणु बम बनाने की होड ।  हरेक शक्ति संपन्न होना चाहता है। 
क्या कोई है जो इस प्रकार के भय से दुनिया को बचा सके।