गीत संगीत हरिओम जोशी
इज़हारे मुहब्बत करलो तुम ।
इश्क़ यकीं ग़र करते हो ।
किस वजह से इतना डरते हो ।
दिल में दफन क्यों रखते हो
दिल में दबा क्यों रखते हो ।
घुट घुट कर जीने से अच्छा राज़ ये दिल का खोलो तुम
दुनिया में किसका कौन हुआ सब रहते हैं खुद में गुम सुम ।।
अपने दिल की सुनलो तुम ।
इश्क़ यकीं ग़र करते हो ।।