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Thursday 27 February 2020

सामुहिक सुंदरकांड पाठ का सही तरीका

सर्वमंगलकारी स्वयं सिद्ध सुख सम्पन्नता एवं यश- वैभव प्रदान करने वाला गोस्वामी तुलसीदास जी रचित श्री रामचरित मानस के पंचम सोपान सुंदरकांड का पाठ लगभग सभी श्रद्धालुओं के द्वारा घर में या मंदिर में अथवा सामाजिक मानसमंडल के सदस्यों के साथ मंगलवार शनिवार को किया जाता है। भारतीय सनातन धर्म के अनुसार इस पाठ के किये जाने से समस्त भय और शत्रु नष्ट हो जाते हैं और पाठकों को अतुल्य सुख वैभव और यश की प्राप्ति होती है।
किंतु क्या आप जानते हैं कि सर्वश्रेष्ठ फलों को प्रदान करने वाले इस पाठ को किस प्रकार से किया जाये तो सामुहिक रूप से सभी पाठकों को भी उसका पूरा लाभ मिलेगा।
इसी विचार के साथ प्रस्तुत है सुंदरकांड पाठ का सामुहिक पूजन करने का सर्वश्रेष्ठ तरीक़ा।

Wednesday 5 February 2020

मान ले म्हारी बात । गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी

Male

अरे मान ले म्हारी बात गौरी चाल तू म्हारे साथ ।
मुहब्बत री दुनिया में ले जाऊंगो ।

Female
पीछो छोड तू चाल न लार बिन मौसम बारिश री धार । थारा चक्कर मूँ ना आऊंगी । तने थाणा  री सैर करा दूँली ।
Male .
अरे तू थाना में जो लार करूँ मंजूर थारी बात
अँधेरो लावेली जब रात जैल री कोठरी नम्बर 7
तने सीना में छुपा लूँगो नस नस में प्यार जगा दूँगो ।
Female
जो डंडा मारे थानेदार  इशक रो भूत दे  रे उतार ।
थारी नस-नस री सूजन सूँ उतर जावेलो सारो प्यार ।
छटी री मार पडा दूँगी मरी नानी री याद करा दूँगी ।।
Male
जो थारा प्यार रो यो इनाम देवेलो थाना रो सरदार 
 सजादूँ लो मांग थारी। म्हारा खूँन री बहती थार।।
Female (नायक के मुँह पर हाथ रखकर)
मैं थारी हीर बण जाऊँगी। थारी जन्नत री सैर भी कर लूँगी।

गीत संगीत हरिओम जोशी । 

Sunday 2 February 2020

शुभकामना गीत

इस पल तो हम साथ साथ हैं
अगले पल से ज्ञान ज्योति के
मंगलदीप जलाना ।
शुभकामना -3 लेते जाना ।

तांडव करते कष्टों से तुम

लडते जाना मत घबराना
कदम कदम पर होगी चुनौति

दृढ निःश्चय कर बढते जाना ।

शुभकामना -3 लेते जाना ।