म्हारो खांदो पकड के लपटगी।।
बरबूट्या रे बरबूट्या ओर मचीका खा।
अश्यो 😜 मजाको झणकारो फेर दे दिखा।।
तू चाले छे गोल गोल
🌍 धरती घूमे छे गोल ।
मत खोल जे म्हाकी पोल।
जो होनी छी वा होगी
म्हारो खांदो पकड के लपटगी।
भरी दोपार्यां धूल धुन्धाड्या चारूंमेर फरजे।
या छे नखराली छोरी ईंरो मान फटकजे ।।
दौडी दौडी बलखाती लोक लाज सटकगी
म्हारो खांदो पकड के लपटगी।।
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