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Tuesday 24 April 2018

धर्म पिता पुत्री की कहानी।

आप को जानकर बहुत आश्चर्य होगा कि  आग  और घी के संयुक्त संपर्क से आग  भले दहक जाए । मगर   किसी अनजान व्यक्ति को कोई ऐसी सुंदर युवावस्था में कदम रखने वाली अत्यंत सुंदर कन्या मिल जाये और उस पर पूरी तरह से समर्पित रहे उसके किसी भी आदेश की अपलक तत्काल प्रभाव से पालन करना अपना धर्म समझे  वो उस के साथ भी पूरी तरह पवित्र रिश्ता रखे तो  यह अद्भुत चारित्रिक गुण युक्त पिता पुत्री के रिश्ते की कहानी है।
वह एक तलाकशुदा व्यक्ति था। और अपनी पत्नी के साथ को छोड़कर एकाकी जीवन जी रहा था।  लेकिन अपने व्यवसाय में अत्यधिक व्यस्त रहने के कारण उसे अकेलापन महसूस ही नहीं होता था। 
अपने ही व्यवसाय के काम से बाहर जाने के लिए वह अपनी कार में बैठ कर अकेला जा रहा था।  सुबह-सुबह का समय था हाइवे पर वाहनों की आवाजाही कम थी लेकिन फिर भी वह संतुलित गति से चल रहा था। अभी वह आधा मार्ग ही तय कर पाया था कि  कुछ ही दूरी पर एक लड़की ने हाथ हिलाकर कर उसे रुकने का इशारा किया ।  उसने जो कपडे पहने हुए थे उन्हें देखकर वह किसी अच्छे घर की लगती थी। 
कार साइड में रोक दी।  तो देखा लडकी उसे संकेत से कुछ दिखा रही थी  । उधर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी और उसमें अभी भी कुछ लोग फंसे हुए थे।  उसने तुरंत पहले 108 नंबर पर फोन किया और फिर 100नंबर पर पुलिस को सूचना दी।  उसके बाद लड़की को देखा उसको भी काफी चोट लगी थी।  लेकिन बात नहीं समझ पाया कि वह किस भाषा में बात कर रही है। 
मगर वह उसे अपनी कार में बैठाकर उसे पानी पिलाया और फस्टेड बाक्स से निकाल कर उसकी मरहम पट्टी कर दिया।
कुछ देर बाद एंबुलेंस आ गई थी और पुलिस भी मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया और कार में फंसे लोगों को निकालने के बाद ईलाज के लिए एंबुलेंस में रवाना किया।  व्यापार व्यवसाय की बात भूल वह भी उनके साथ अस्पताल में गया।  उसने डाक्टर को कहा कि इस लडकी के परिजनों के इलाज में कोई भी कमी नहीं आए उसके खर्च मैं वहन करूंगा। 

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