गीत संगीत हरिओम जोशी    
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याचना गीत :- 
प्रथम पूज्य कहलाते हो  ,
भक्तों के विघ्न मिटाते हो ।
हे पार्वती नंदन शिव शंकर सुत
मुझे प्रभु क्यों भुलाते हो ।।
मैं भी तो चरणों में आया हूँ ,
मुझे शरन् में क्यों ना लेते हो ।
हे गज आनन गणनायक गणपति
जग में पूजे जाते हो ।।
सुना जो शरन में आयें आपकी
उनके दुःख मिटाते हो 
है पार्वती ........
तुमने सिंदूरा को मारा 
कयी दानव भी संहारे हैं ।
देवों के कष्ट मिटाने को प्रभु 
आपने कारज सारे हैं ।।
संत मुनी जन रथि यति 
सब आपकी महिमा गाते हैं 
हे पार्वती ...........
मुझसे क्या ऐसी भूल हुई 
जो अरज मेरी ना सुनते तुम ।
हर पल मैं तुम को ध्याता हूँ 
फिर भी ना कष्ट मिटाते तुम 
कैसे अब याद करूँ तुमको 
क्यों कृपा दृष्टि नहीं करते हो 
हे पार्वती ...........
माना मैं कपटी कामी झूठा
 पापी दुष्ट दुराचारी 
मानव स्वभाव से दुर्बल फिर
 भी देव शरन तम्हारी हूँ ।
हे दुःख हरन हे दुःख भंजन 
तुम भी तो पापी तारण हो 
हे पार्वती ..........
तारा तुमने क ई दुःखियों को
 अंधन को बांझ नारिन को ।
दे दो मुझको भी भाग्य में सुख 
प्रभु तपते मेरे जीवन को 
हे ऋद्धि-सिद्धि के स्वामी गणपति 
मोदक प्रिय कहलाते हो ।।
हे पार्वती .......
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गीत संगीत हरिओम जोशी 
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