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Saturday 4 August 2018

राजस्थान रो देश भक्ति गान

                    देव धरा ।।

देव धरा इण भारत माँ री
थानें बात बतावां ।
आयो तिरलोकी रो नाथ अठे
बन ग्वालो गाय चराबां ।
          जय माँ भारती -2 जय मांँ .....
यही तो शान है मेरी । यही तो जान है मेरी ।।
          जय माँ भारती -2 जय माँ.......
1. गंगा यमुना सरस्वती कावैरी अमृत धारा ।
    नर्मदा मैया रा तट पे शंकर कण-कण सारा ।।
     वेद पुराण बखाने जीं री महिमा अनुपम गावांँ
      ज्वाला माता री ज्वाला रो भेद अखंड बतावाँ
     जय माँ भारती -2 जय माँ ........
  यहीं तो आन है मेरी , ये भारत की धरा मेरी ।।
     जय माँ भारती -2 जय माँ ...........
2. उत्तर में हिमराज मुकुट तो सागर चरण पखारे ।
    पूरब में अरुणालय जोते पश्चिम मरुधर सिणगारे
     हरितांबर री ओढ ओढनी माता ने सजावाँ
     सतपूडा विंध्याचल थारी देह बडी बधावां
                जय माँ भारती .........
     यही तो आन है मेरी ........



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गीत संगीत हरिओम जोशी 

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