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Thursday 29 November 2018

है कोई दिल में बसने को बेताब

         -:-   ग़ज़ल  -:-  गीत-संगीत हरिओम जोशी
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है कोई दिल में बसने को बेताब तो ।
आ ना जाना अभी थोडा़ रुकना ज़रा ।।

मेरी आँखों में हैं सपने बाक़ी क ई  ।
सच करलूँ दो ख्वाब अधूरे ज़रा  ।।

यूँ तो ख्वाहिश मेरी भी है दिलदार की ।
हैसियत को मैं अपनी बनालूँ ज़रा ।।

साथ चलना ही है हम क़दम उम्र भर ।
साथ चलने की नीयत बनालें ज़रा ।।

माना गहरी मुहब्बत है  मुझसे तुम्हें । 

दिल में बसने सी सूरत बसा लूॅं ज़रा ।।

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गीत-संगीत हरिओम जोशी  BOON WORLD OF MUSIC ACADEMY KOTA RAJASTHAN 

boonworldofmusic@gmail.com

8619027915

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