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Thursday 17 December 2020

स्वप्न और सच्चाई

एक ही इंसान और उसके दो जहान । सुबह कहीं किसी और का जीवन । रात पड़े मिले और पहचान । सुबह की भोर से करता  मजूरी । रातमें कोई शहजादे सी शान । 
पहनावा रहनसहन सब  बदल जाते चाल ढाल और बोलने का ढंग पूरा चेंज 

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