म्हारे घर में आओ । प्रभु म्हारे घर आओ
ऋद्धि सिद्धि ने भी संग लाओ
ऊंचा आसन थाने पोढाऊं सा।।
लडुअन को थारे भोग लगाऊं । गणपति बप्पा
जीमण कराऊं । थारे थाल सजाऊं ।
मोदक मिसरी मिष्ठान जिमाऊं सा ।।
मंगलमूर्ति आओ गणपति बप्पा
म्हारे घर में आओ ।। प्रभु म्हारे घर आओ
ऋद्धि सिद्धि ने भी संग लाओ ।
सिंदूर थारे लगाऊं सा ।
आज चतुर्थी गणेशजी जन्मोत्सव ।
थारी बधावां गावां थारी आरती उतारां।
विघन मिटाजो आज मनाऊं सा ।
No comments:
Post a Comment