तुमको नमन करते हम शिष्य गण मां
हे शारदे मां
अज्ञान का है घोर अंधेरा
कोई नहीं है तुम बिन मेरा
करुणा कर दे विद्या वर दे
ते चरणों में शीष झुका मां
हे शारदे मां।
स्वर सरिता बहाने वाली,
ज्ञानामृत पिलाने वाली
साधना का शुभफल दे मां
तेरे चरणों में शीष झुका मां
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