मैं नशे में हूं।
दीवाना इश्क़ में तेरे, मैं नशे में हूं ।।
मानो नशे में रह कोई झूठ नहीं कहे ,
जो दिल में बात हो ज़ुबां से वही कहे ।
अब हो के तेरा आशिक तेरे नशे में हू ।।
जामे शराब साकी आंखों से दी पिला ,
जन्नत दिखा दी मुझको पैमाने में मिला ।
हुस्ने शबाब की कसम मैं नशे में हूं ।।
उन की निगाह में मेरा वजूद ना सही,
एहसास मेरे इश्क़ का हो या ना,सही।
मुझको यकीं है यारा अब मैं नशे में हूं।।
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गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी
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