गीत संगीत हरिओम जोशी।
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सांवरिया के रंग रंगी जाउंगी।ऐ मायी में पिया संग नहीं जाउंगी।
कोरस:-
कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया मनमोहन सांवरिया।
माखन चोर नंदकिशोर मेरो चित्त चुरैया।
वनकुंजन में धेनु चरावे वा संग रास रचाऊंगी।
सांवरिया मेरा सांचा प्रियतम -२
वा ही में रम जाउंगी .......
मन मोहन मेरो चित्त चुरा लियो,
गिरिधर संग निभाउंगी ....
मुरलीधर की बन के मुरलिया,
अधरों पर लग जाउंगी।।
कुंज गलिन में रास रचैया ,
कान्हा गोपी बन जाऊंगी ।।
बांको बिहारी मन हर ले गयो,
वा बिना जी ना पाऊंगी।।
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