Title:
"प्रेम का और जेहाद में अंतर को उजागर करती फिल्म की सामाजिक कहानी- एक मुस्लिम लड़की और हिन्दू लड़के का प्यार" ।
एक तरफ जहां मुस्लिम समुदाय में युवकों को भड़का कर प्रेम का नाटकीय प्रेम जाल बिछाया जा कर षड्यंत्र रचा कर हिंदू जैन सिख समुदाय की लड़कियों को फंसाकर उनसे शादी रचाई जाती है। उनके जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है और मुल्ले मौलवियों परिवार के दूसरे मर्दो की हवस का शिकार बना दिया जाता है या मार डाला जाता है या फिर उनको तलाक़ दे दिया जाता है और बेसहारा छोड़ दिया जाता है ।
वहीं दूसरी ओर हिंदू लड़कों से प्यार करने वाली लड़कियों के निजी अनुभव को दर्शाती फिल्म है ।
विभिन्न घटनाओं को लेकर यह फिल्म इस प्रकार बना सकते हैं।
अशरफ़ एक मुस्लिम था और अजय सिंह हिंदू नाम से इस कस्बे में एक किरायेदार बन कर आया। उसने बाइक मेकेनिक की दुकान लड़कियों के कालेज के पास खोल दी थी। अक्सर लड़कियां अपनी स्कूटियो पर आती जाती रहती थी। किसी भी लड़की की स्कूटी में कोई छोटी मोटी खराबी होती थी तो वह मुफ्त में ही ठीक कर दिया करता था। और बड़ी मीठी सम्मान भरी बातें करता था।
उन्हीं में से अभिलाषा नाम की सुंदर लड़की उसके इस व्यवहार से आकर्षित हो गई और धीरे धीरे उसके नजदीक आने लगी। दोनों में प्यार हो गया। और अपने माता-पिता को राजी कर उसने उसके साथ शादी कर ली। कुछ महीनों बाद जब उसने अपनी असलियत जानी तो उसके पैरों से ज़मीन खिसक गई। और उसने इस धोखेबाज की असलियत पुलिस को बता दी।
लेकिन अशरफ़ ने उसके साथ ज़रा भी रहम नहीं किया और अभिलाषा को अपनी जान गंवानी पड़ी।
जबकि
एक छोटे से गाँव में रहने वाली एक मुस्लिम लड़की, सानिया, और एक हिन्दू लड़का, आर्यन, की कहानी है. यह एक झूठ फरेब से परे सच्चे प्यार से भरा किस्सा है जो धर्म, भाषा और सामाजिक परंपराओं के पार जाकर दिखाता है कि इनके प्रेम में कोई बाधा नहीं है। दोनों एक दूसरे की सच्चाई से वाकिफ हैं ऋ
सानिया और आर्यन की मुलाकात गाँव के मेले में हुई थी. वहां अचानक सानिया भीड़ भरे रास्ते में फस गई ।और एक बाइक सवार की चपेट में आने से बच गयी और बचाने वाला आर्यन था जो कि वही से गुजर रहा था उसने बाइक सानिया की झटके से अपनी तरफ धकेल दिया और बेलेंस नहीं रख पाने के कारण नीचे गिर पड़ा और सानिया उसके ऊपर गिर गई। शुरू में तो वह उसके खींचे जाने से नाराज़ हुई उस,को भला-बुरा कहने लगी लेकिन जब पास खड़े लोगों ने बताया कि अगर आर्यन ने उसे नहीं खींचा होता तो वह अस्पताल में इलाज करा रहीं होती तब सानिया ने अपनी ग़लती की माफ़ी मांगी लेकिन आर्यन को भी चोट लगी थी और उसके हाथ में कोहनी से खून निकल रहा था उसके लाख मना करने पर भी। सानिया ने जब उसे घायल देखा तो वह उसे खुद अस्पताल ले गई यहीं उनके दिलों में एक अजीब सा कुछ हो गया. धीरे-धीरे, दोनों के बीच एक खास बातचीत का बात बना. और प्यार हो गया।
सानिया और आर्यन का प्यार बढ़ता गया, लेकिन उन्हें पता था कि इस प्यार में कई रुकावटें हो सकती हैं. उनके बीच धार्मिक भेद थे, लेकिन वे इसे एक सजीव मिसाल बनाने का निर्णय लिया.
आर्यन ने अपने माता-पिता से मिलकर उन्हें अपने प्यार की बात बताई. उनके माता-पिता ने पहले थोड़ी हिचकिचाहट जताई, लेकिन बाद में उन्होंने आर्यन के सच्चे प्यार को स्वीकार किया.
सानिया भी अपने परिवार से बात करने में अवसर बनाई. उनके माता-पिता ने भी उनकी खुशियों में साथी बनने का निर्णय किया. इस प्रकार, दोनों के परिवारों ने इस प्यार को स्वीकार किया और उन्होंने एक-दूसरे के साथ अपना जीवन साझा करने का निर्णय लिया.
धीरे-धीरे, उनकी शादी की तैयारी शुरू हुई. दोनों का एक अद्भुत संबंध बना, जिसमें धर्म, भाषा, और सभी सामाजिक बाधाओं का सामना करते हुए भी उन्होंने एक-दूसरे के साथ अपने प्यार को मजबूती से निभाया.
इस प्रेम कहानी में हमें यह सिखने को मिलता है कि प्यार में कोई भी सीमा नहीं होती, और सच्चा प्यार हमेशा सभी बाधाओं को पार करता है.
यही अंतर है प्यार में और नफ़रत के व्यवहार में।।
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दृश्य - एक
सुबह का समय गर्ल्स कालेज कैंपस। लड़कियां अपनी स्कूटियो पर आती हैं। और पार्किंग लाउंज में धीरे-धीरे लड़कियों का जमघट लग रहा है।
हर कोई अचानक हुई अफरातफरी से हतप्रभ हैं। किसी को कुछ पता नहीं है लेकिन जितने मुंह उतनी बातें सुनने में आ रही हैं।
कोई कह रहा है लाश मिली, कोई बलात्कार किया और मार डाला गया। लाश कालेज कैंपस में मिली लेकिन कोई भी ठीक से नहीं बता पा रहा है कि आखिर मामला क्या है?
तभी कालेज प्रिंसिपल की आवाज माइक पर सुनाई दी।
मेरी प्यारी स्टूडेंट्स। बड़े दुख के साथ यह आप सबको बताना पड़ रहा है कि आज कालेज कैंपस में हमारे ही कालेज की किसी स्टूडेंट की लाश पड़ी मिली है और उसके चेहरे को इतना बुरा कुचल दिया गया है कि वह कौन है पहचान पाना मुश्किल हो गया है।
इसलिए मेरी आप सबसे विनती है कि आप आज घर लौट जाएं और अगले आदेश तक कालेज नहीं आएं। आपको शीघ्र ही पुनः बुलाया जाएगा।
और अपने कालेज की प्रतिष्ठा को बाहर बनाकर रखें और कोई भी अननेसेसरी बातें अफवाहें नहीं फैलाएं।
धन्यवाद।
प्रिंसिपल ने छात्राओं को संदेश दिया और माइक से अलग हुईं तभी मीडिया रिपोर्टों और पुलिस की बहुत सी गाडियां दनदनाती हुई कोलेज में दाखिल हो गई। और आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि एक क्षत-विक्षत शव कार पार्किंग स्थल पर पड़ी हुई है उसके बदन पर किसी ने चुन्नी से ढक दिया था क्योंकि जिस किसी ने भी उस निर्वस्त्र शव को देखा होगा उसने उसके नग्न शव को ढक दिया हो ऐसा लग रहा था।
एक साथ कई तस्वीरें उस लड़की की लाश की ली गई और पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी।
पत्रकार लोगों ने अपनी अपनी दलीलों को काल्पनिक जामा पहनाया और अपने अपने न्यूज़ चैनल तक खबरें पहुंचाई।
जंगल की आग की तरह यह खबर फैल चुकी थी।
अज्ञात लड़की की लाश का अज्ञात हत्यारा कौन हो सकता है। क्या लड़की का बलातकार किया गया था? क्या यह लव-जेहाद का मामला था या कालेज के ही किसी पुरुष शख्स की करतूतें थीं। पुलिस हर एंगल से मामले पर विचार कर रही थी। पंचनामा भरकर कर मुआयना करने के बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उससे पहले फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट भी तैयार कर ली थी।
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