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Wednesday 28 February 2024

माइंड गेम . कथा वस्तु हरिओम जोशी

एक बहुत ही चर्चित बोलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना चेहरा। अपनी कार से शहर में किसी काम से बाहर निकल रहा था।
आज वह बहुत खुश लग रहा था। उसको किसी फिल्म में मिली बड़ी कामयाबी हासिल हुई थी और उसका मन प्रसन्न हो गया था।
अचानक सड़क के किनारे बने एक सुंदर से बोर्ड पर उसकी नज़र पड़ी।
बोर्ड पर लिखा था
ज़माने से तिरस्कृत बच्चे हमारे खास सितारे।
हमने कसम है खाई, क्यों न इन्हें संवारें।।
हमको खुदा ने बख्शी खुशियां ज़माने भर की।
चंद खुशियां दे कर इनको जीवन चलो सुधारें।।
वो शख्स जो कि काफी नामचीन हस्तियों में गिना जाता था। जिससे मिलने या एक झलक पाने को असंख्य लोगों का तांता लगा रहता था। जिसने एक से एक हिट फिल्में की और हर फ़िल्म ने बाक्स आफिस पर कोहराम मचा रखा था।
आज वही शख्स वो नामचीन हस्ती इस मैली कुचैली बस्ती के पास बने इस सुंदर से शेल्टर होम के पास आकर रुक गया। 
कम से कम चार पांच बार उसने उस इबारत को बड़े करीने से और संभाल संभाल कर बोला ।
फिर अपने ड्राइवर को को बोला।
मोहन
जी साब
यह कौन सी जगह है।
सर यह शहर की कच्ची झुग्गी झोपड़ी वाली बस्ती है। यहां रहने वाले ज्यादातर लोग शडक से कचरा बीनने और छोटे मोटे काम करने वाले हैं। 
आस पास के इलाकों से ग़रीब हालातों से जूझते यह लोग। यहां अपनी दो जून की रोटी भी बड़ी मुश्किल से जुटा पाते हैं।
साहब:- ओह। और यह क्या बना है। ज़रा पता कर के आओ।कौन यह खूबसूरत सेंटर चला रहा है। मैं उस भले आदमी से मिलना चाहूंगा।
मोहन :- जी साहब। मोहन अंदर गया और संचालक से मिला और अपने मालिक का परिचय दिया तो संचालक चकित हो कर खुशी से उछल गया।
इतने बड़े विख्यात एक्टर को अपने सेंटर में पाकर उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।
ड्राइवर मोहन के साथ बाहर आया और स्वागत करते हुए बोला हमारे अहोभाग्य है सर आप हमारे इस निशुल्क स्लम बस्ती के विद्यालय में पधारे हैं। 
एक्टर उसके साथ अंदर गया। बच्चों से मिला
बच्चे उस महान एक्टर को अपने बीच पाकर बहुत खुश हुए।
उसने हर बच्चे से हाथ मिलाया और हाल पूछा साथ ही उनको टाफियां दीं।
फिर उनको एक दो ऐसे टास्क दिये जिन्हें वो अपनी क्षमता अनुसार पूरे कर सकते हैं। जीतने वाले को बड़े पुरस्कार की घोषणा भी की ।
साथ ही संस्थान संचालक को सहयोग हेतु मोटीराशि का 
का चेक सौंपा।
फिर यह कह कर गया कि जब आपका टास्क पूरा हो जाएगा तो मैं आपके संचालक की सूचना पर आकर आपको ईनाम दूंगा।
बच्चे बड़े रोमांचित हो गये थे।
सब बच्चों में टास्क पूरा करने की ही चर्चा थी और हर कोई दावा कर रहा था कि मैं ही जीतूंगा। या हमारी टीम ही जीतेगी।
कुछ तगड़ी मेहनत करने जुट गए तो कुछ अपना वजूद ऊंचा करने के लालच में खलनायक बन गए।
आखिरकार तमाम जद्दोजहद करते हर चुनौती से जूझते हुए कुछ ग्रुप्स ने अपनी सूझबूझ से और उपलब्ध अनयूज्ड डिट्रायड या यों कहें कि जो किसी के उपयोग में नहीं आने वाली भंगार सामग्रियां इकट्ठा कर के बड़ी खूबसूरत और एक से एक आकर्षक सामग्रियां तैयार कर दीं और।
एक दिन ऐसा भी आया कि सभी स्लम बच्चों की बनाई नायाब चीजें उसी स्लम बस्ती में प्रदर्शनी में सजायी गईं। और प्रसिद्ध अभिनेता के साथ साथ अनेक गणमान्य नागरिक भी आमंत्रित किए गए। 
इस भव्य समारोह के उद्घाटन में चीफ गेस्ट के रूप में वही अभिनेता सभी के आकर्षण के केंद्र थे। 
माहौल खुशनुमा था और आयोजन भव्य था ।
कौन विजयी रहा। बाकी ग्रुप्स को क्या मिला। रंग में भंग डालने वालों का क्या हुआ। क्या उन्हें सजा सुनाई गई या सुधरने का कोई मौलिक संदेश पाकर सुधरने की शिक्षा मिली।
इसी पृष्ठभूमि पर यह फिल्म कथा होगी।

कथानक : हरिओम जोशी 

Approximate budget for the above said Film complications.
Creating a film on a budget of 18 lakhs

 Rupees (~$24,000 USD)
 requires careful planning and allocation of resources. Here's an approximate budget breakdown:

Pre-Production:
Script development: 20,000 INR
Casting (actors, extras): 50,000 INR
Location scouting and permits: 30,000 INR
Pre-production crew (director, producer, etc.): 40,000 INR
Miscellaneous (storyboarding, rehearsals, etc.): 20,000 INR
Total Pre-Production Budget: 160,000 INR

Production:
Camera equipment rental: 100,000 INR
Crew (cinematographer, sound recordist, gaffer, etc.): 150,000 INR
Talent (actors, extras): 50,000 INR
Transportation and catering: 50,000 INR
Props and costumes: 30,000 INR
Insurance: 10,000 INR
Total Production Budget: 390,000 INR

Post-Production:
Editing: 50,000 INR
Sound design and mixing: 30,000 INR
Color correction: 20,000 INR
Visual effects (if any): 20,000 INR
Music composition or licensing: 30,000 INR
Subtitles and captions: 10,000 INR
Total Post-Production Budget: 160,000 INR

Marketing and Distribution:
Film festival submissions: 20,000 INR
Marketing materials (posters, trailers): 30,000 INR
Distribution fees: 20,000 INR
Online promotion (social media ads, etc.): 30,000 INR
Total Marketing and Distribution Budget: 100,000 INR

Contingency (10% of total budget): 70,000 INR
Grand Total: 880,000 INR

This budget breakdown is approximate and may vary depending on factors such as location, crew rates, equipment availability, and specific requirements of the film. It's crucial to prioritize spending based on the needs of the project while ensuring efficient resource management to stay within budget.


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