atOptions = { 'key' : '9b9688a73657a99887bedf40f30c985c', 'form

Wednesday, 17 July 2024

नज़रें मिली

नज़रें मिली, इशारों-इशारों में बातें हुईं,
कभी तुम ने पूछा मेरी चाहतें 
कभी हमने जाना जो दिल को छुईं।
कभी ख्वाब में हमने सोचा न था 
मुहब्बत हसीं ऐसे  होंगी हुईं 
      नज़रें मिली इशारों-इशारों में बातें.....
ना मैं तुम को जानूं ना तुम मुझको जानो 
नज़रें फरेबी ना होंगी मेरी जां मानो 
करिश्माई कुदरत की है क्या कोई 
       नज़रें मिली इशारों-इशारों में बातें हुईं 

No comments:

Post a Comment