atOptions = { 'key' : '9b9688a73657a99887bedf40f30c985c', 'form

Sunday, 21 July 2024

कहां मुकाम

घर से गद्दारी कर सोच ज़रा दुनिया में कहां मुकाम।
घर का रहेगा न घाट का सब कहेंगे नमक हराम।। 
मां बाप ने पैदा कर पाला तन पर कपड़ा दिया निवाला।
पढ़ा लिखा काबिल बनाया, उन्हीं को तूने क्यों रुलाया।।
क्या सोचा था तू क्या निकला, 
घर का रहेगा....... 

No comments:

Post a Comment