नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
जमुना किनारे धेनू चरावे , हाथ लकडिया चंदन की
जय बोलो यशोदा नंदन की
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
इंदर कोप कियो बृज ऊपर नख पर गिरिवर धारन की
जय बोलो यशोदा नंदन की
आरती करो जग वंदन की
जय बोलो यशोदा नंदन की
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
काली देह में नाग नथायो फणफण निरख करावन की
जय बोलो यशोदा नंदन की
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
आरती करो जग वंदन की जय बोलो यशोदा नंदन की
मथुरा जाकर कंस पछाड़ा, भक्तों के भय भंजन की जय बोलो यशोदा नंदन की
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
गज और ग्राह लड़े जल भीतर,
तिल भर सूंड रही जल बाहर। गज को फंद छुडावन की। जय बोलो यशोदा नंदन की
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
भरी सभा में द्रौपदी रोई, अबला लाज बचाव न कोई
द्रौपदी चीर बढावन की जय बोलो यशोदा नंदन।
नंदन की जग बंधन की जय बोलो यशोदा नंदन की
आरती करो जग वंदन की जय बोलो यशोदा नंदन की
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