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Saturday, 4 January 2025

short film


    Short Comedy film 

Duration: 5-7 minutes


Scene 1: गली का नुक्कड़
(छोटू, एक मस्तमौला और चुलबुला लड़का, सुबह गली में साइकिल से घूम रहा है। हाथ में उसकी मम्मी का दिया हुआ एक लिस्ट है।)

छोटू:
(खुद से)
"अरे यार, मम्मी भी ना! पूरे मोहल्ले के लिए राशन मंगवाना है। हफ्ते भर का काम मेरे छोटे कंधों पर डाल दिया!"

(वो लिस्ट पढ़ता है।)
"सब्जी, दूध, ब्रेड, अंडे, और... दादी के लिए नींबू-मिर्ची? यह सब मेरी साइकिल पर कैसे आएगा?"


Scene 2: सब्जी की दुकान
(छोटू दुकान पर जाता है। दुकानदार, जो हमेशा हर चीज महंगी बेचने में माहिर है, उसे देख मुस्कुराता है।)

दुकानदार:
"आओ छोटू भाई! आज क्या चाहिए?"

छोटू:
"एक किलो आलू, आधा किलो प्याज, और दो टमाटर। और हां, मम्मी कह रही थीं कि सही दाम लगाना।"

दुकानदार:
(मजाक में)
"अरे मम्मी से कहो, सब्जियां महंगी हो गई हैं। ये लो, 150 रुपये के!"

छोटू:
"150? अरे भाई, इतनी महंगी सब्जी खाएंगे तो पापा कहेंगे कि घर में कद्दू उगाओ!"

(दोनों की मजाकिया बहस होती है और अंत में दुकानदार छोटू को छूट देकर सब्जी दे देता है।)


Scene 3: दूध की दुकान
(छोटू दूध लेने पहुंचता है। वहां दुकानदार का लड़का रोहन मोबाइल गेम खेल रहा है। छोटू उसका ध्यान भटकाने की कोशिश करता है।)

छोटू:
(रोहन से)
"भाई, गेम खेलने में जितना दिमाग लगाते हो, उतना अगर पढ़ाई में लगाते तो IIT में पहुंच जाते।"

रोहन:
"तुम दूध लेने आए हो या मेरी क्लास लेने?"

(दोनों में हंसी-ठिठोली होती है। छोटू को दूध मिल जाता है।)


Scene 4: किराने की दुकान
(छोटू ब्रेड और अंडे लेने पहुंचता है। दुकान पर लंबी लाइन लगी है। छोटू जल्दी में है।)

छोटू:
(ज़ोर से)
"अरे भाई, ये तो बता दो कि यहां शादी का कार्ड बांट रहे हो या सामान बेच रहे हो?"

(लोग हंसते हैं और छोटू को पहले सामान लेने देते हैं।)


Scene 5: घर के बाहर
(छोटू घर के पास पहुंचता है। उसकी साइकिल सामान से लदी है। तभी गली के बच्चे उसे रोक लेते हैं।)

बच्चा 1:
"छोटू भाई, नींबू-मिर्ची ले आए?"

छोटू:
"हां भाई, नींबू-मिर्ची ले आया। अब तू बाइक पर बांध ले और इसे सुपरस्टार बना दे।"

(सब हंसते हैं। छोटू मस्ती करता हुआ घर के अंदर चला जाता है।)


Scene 6: घर के अंदर
(मम्मी सामान चेक कर रही हैं। छोटू थका हुआ सोफे पर गिर जाता है।)

मम्मी:
"अरे वाह, सब सही सामान लाए हो। लेकिन... नमक कहां है?"

(छोटू का चेहरा लटका जाता है।)

छोटू:
(आंखें बड़ी करते हुए)
"अरे मम्मी! नमक तो मुझे दुकानदार से हंसी-मजाक में ही भूल गया!"

(पूरे परिवार में ठहाके लगते हैं। छोटू की मम्मी प्यार से उसका सिर थपथपाती हैं।)

छोटू:
(शरारती अंदाज में)
"अब मम्मी, नमक का काम छोड़ दो। प्यार में नमक क्यों?"

(सभी हंसते हैं। फिल्म खत्म होती है।)


             Social awareness mission 

स्क्रिप्ट: "धोखे का जाल"
समय: लगभग 3 मिनट
पात्र:

अजय (पीड़ित)
रोहित (स्कैमर)
माया (अजय की बहन)
सीन 1: घर का अंदरूनी दृश्य
(अजय मोबाइल पर स्क्रॉल कर रहा है। एक अज्ञात नंबर से कॉल आता है।)

रोहित (कॉल पर):
नमस्कार, मैं रोहित बोल रहा हूँ, XYZ बैंक से। आपके खाते में एक इनाम राशि रु. 50,000 जमा की जानी है। कृपया अपनी जानकारी कन्फर्म करें।

अजय (उत्साहित):
सच में? क्या करना होगा?

रोहित:
बस आपके बैंक खाते का नंबर, ओटीपी और कुछ डिटेल्स चाहिए।

अजय (झिझकते हुए):
ठीक है, मैं बताता हूँ।

(अजय कॉल पर बैंक डिटेल्स और ओटीपी बताता है।)

सीन 2: माया का प्रवेश
(माया कमरे में आती है। अजय के चेहरे पर खुशी है।)

माया:
भैया, इतने खुश क्यों लग रहे हो?

अजय:
मुझे बैंक से कॉल आया था। रु. 50,000 का इनाम मिला है।

माया (चौंकते हुए):
कॉल? भैया, कहीं ये धोखा तो नहीं?

अजय (आश्वस्त होकर):
अरे नहीं, उन्होंने बैंक का नाम बताया। सब सही है।

माया (गंभीर):
क्या तुमने अपने खाते की डिटेल्स बताईं?

अजय:
हाँ, ओटीपी भी।

माया (चिल्लाते हुए):
भैया, ये फ्रॉड है! तुरंत बैंक से संपर्क करो।

सीन 3: अजय का एहसास
(अजय मोबाइल बैंकिंग चेक करता है और देखता है कि उसका खाता खाली हो चुका है। वह घबरा जाता है।)

अजय (रोते हुए):
मेरा पूरा पैसा चला गया!

माया:
तुम्हें सतर्क रहना चाहिए था। कभी भी अपनी जानकारी किसी को मत दो।

सीन 4: संदेश
(स्क्रीन पर एक टेक्स्ट मैसेज दिखाई देता है। बैकग्राउंड में माया की आवाज सुनाई देती है।)

माया (वॉयसओवर):
"धोखेबाज हमेशा भोले लोगों को निशाना बनाते हैं। अपने बैंक डिटेल्स और ओटीपी किसी को न बताएं। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।"

(स्क्रीन पर: "रोकें धोखा, फैलाएं जागरूकता")
(फेड आउट)

समाप्त।

You said:
Write a short script in Hindi for the short film on money scam of about three minutes
ChatGPT saiसमय: लगभग 3 मिनट

पात्र:

  1. अजय (पीड़ित)
  2. रोहित (स्कैमर)
  3. माया (अजय की बहन)

सीन 1: घर का अंदरूनी दृश्य

(अजय मोबाइल पर स्क्रॉल कर रहा है। एक अज्ञात नंबर से कॉल आता है।)

रोहित (कॉल पर):
नमस्कार, मैं रोहित बोल रहा हूँ, XYZ बैंक से। आपके खाते में एक इनाम राशि रु. 50,000 जमा की जानी है। कृपया अपनी जानकारी कन्फर्म करें।

अजय (उत्साहित):
सच में? क्या करना होगा?

रोहित:
बस आपके बैंक खाते का नंबर, ओटीपी और कुछ डिटेल्स चाहिए।

अजय (झिझकते हुए):
ठीक है, मैं बताता हूँ।

(अजय कॉल पर बैंक डिटेल्स और ओटीपी बताता है।)


सीन 2: माया का प्रवेश

(माया कमरे में आती है। अजय के चेहरे पर खुशी है।)

माया:
भैया, इतने खुश क्यों लग रहे हो?

अजय:
मुझे बैंक से कॉल आया था। रु. 50,000 का इनाम मिला है।

माया (चौंकते हुए):
कॉल? भैया, कहीं ये धोखा तो नहीं?

अजय (आश्वस्त होकर):
अरे नहीं, उन्होंने बैंक का नाम बताया। सब सही है।

माया (गंभीर):
क्या तुमने अपने खाते की डिटेल्स बताईं?

अजय:
हाँ, ओटीपी भी।

माया (चिल्लाते हुए):
भैया, ये फ्रॉड है! तुरंत बैंक से संपर्क करो।


सीन 3: अजय का एहसास

(अजय मोबाइल बैंकिंग चेक करता है और देखता है कि उसका खाता खाली हो चुका है। वह घबरा जाता है।)

अजय (रोते हुए):
मेरा पूरा पैसा चला गया!

माया:
तुम्हें सतर्क रहना चाहिए था। कभी भी अपनी जानकारी किसी को मत दो।


सीन 4: संदेश

(स्क्रीन पर एक टेक्स्ट मैसेज दिखाई देता है। बैकग्राउंड में माया की आवाज सुनाई देती है।)

माया (वॉयसओवर):
"धोखेबाज हमेशा भोले लोगों को निशाना बनाते हैं। अपने बैंक डिटेल्स और ओटीपी किसी को न बताएं। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।"


(स्क्रीन पर: "रोकें धोखा, फैलाएं जागरूकता")
(फेड आउट)


समाप्त।

Project three 


**स्कैम पर सामाजिक जागरूकता के लिए शॉर्ट फिल्म स्क्रिप्ट का पुनर्लेखन (संक्षेप में)**

**शीर्षक:** "फरेब का जाल"  
**स्थान:** एक मध्यम वर्गीय परिवार का घर और एक सामान्य कॉल सेंटर  

**दृश्य 1:**  
(सुबह का समय, एक परिवार नाश्ता कर रहा है।)  
पिता: (अखबार पढ़ते हुए) आजकल इतने स्कैम हो रहे हैं। सबको सतर्क रहना चाहिए।  
बेटी: (मुस्कुराते हुए) पापा, हमें पता है। हम स्मार्ट हैं।  

**दृश्य 2:**  
(मां को फोन आता है।)  
स्कैमर: नमस्ते मैडम, मैं बैंक से बोल रहा हूं। आपका खाता ब्लॉक हो गया है।  
मां: (घबराकर) क्या? ऐसा कैसे हो सकता है?  
स्कैमर: कृपया अपना ओटीपी बताएं। हम आपकी मदद करेंगे।  
(मां अपना ओटीपी बता देती हैं।)  

**दृश्य 3:**  
(बेटा कमरे में आता है और मां से फोन छीनता है।)  
बेटा: (गुस्से में) मां, आपने ओटीपी क्यों दिया? ये लोग ठग हैं।  
मां: (पछताते हुए) मुझे लगा कि ये असली बैंक से हैं।  

**दृश्य 4:**  
(परिवार साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करता है।)  
पिता: (हेल्पलाइन पर) हमने तुरंत शिकायत दर्ज कर दी है।  

**दृश्य 5:**  
(स्कैम के बारे में जागरूकता फैलाने वाला संदेश स्क्रीन पर दिखता है।)  
वॉयसओवर: "किसी से भी अपना निजी डेटा साझा न करें। सतर्क रहें, जागरूक बनें।"  

**अंतिम सीन:**  
(परिवार एक साथ बैठा है, और टीवी पर साइबर सुरक्षा का विज्ञापन देख रहा है।)  
पिता: देखो, यही बात मैं कह रहा था। हमें सतर्क रहना चाहिए।  

**संदेश:**  
"जानकारी ही सुरक्षा है। जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क करें।"
स्कैम पर सामाजिक जागरूकता के लिए शॉर्ट फिल्म स्क्रिप्ट का पुनर्लेखन (संक्षेप में)

शीर्षक: "फरेब का जाल"
स्थान: एक मध्यम वर्गीय परिवार का घर और एक सामान्य कॉल सेंटर

दृश्य 1:
(सुबह का समय, एक परिवार नाश्ता कर रहा है।)
पिता: (अखबार पढ़ते हुए) आजकल इतने स्कैम हो रहे हैं। सबको सतर्क रहना चाहिए।
बेटी: (मुस्कुराते हुए) पापा, हमें पता है। हम स्मार्ट हैं।

दृश्य 2:
(मां को फोन आता है।)
स्कैमर: नमस्ते मैडम, मैं बैंक से बोल रहा हूं। आपका खाता ब्लॉक हो गया है।
मां: (घबराकर) क्या? ऐसा कैसे हो सकता है?
स्कैमर: कृपया अपना ओटीपी बताएं। हम आपकी मदद करेंगे।
(मां अपना ओटीपी बता देती हैं।)

दृश्य 3:
(बेटा कमरे में आता है और मां से फोन छीनता है।)
बेटा: (गुस्से में) मां, आपने ओटीपी क्यों दिया? ये लोग ठग हैं।
मां: (पछताते हुए) मुझे लगा कि ये असली बैंक से हैं।

दृश्य 4:
(परिवार साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करता है।)
पिता: (हेल्पलाइन पर) हमने तुरंत शिकायत दर्ज कर दी है।

दृश्य 5:
(स्कैम के बारे में जागरूकता फैलाने वाला संदेश स्क्रीन पर दिखता है।)
वॉयसओवर: "किसी से भी अपना निजी डेटा साझा न करें। सतर्क रहें, जागरूक बनें।"

अंतिम सीन:
(परिवार एक साथ बैठा है, और टीवी पर साइबर सुरक्षा का विज्ञापन देख रहा है।)
पिता: देखो, यही बात मैं कह रहा था। हमें सतर्क रहना चाहिए।

संदेश:
"जानकारी ही सुरक्षा है। जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क करें।"

ChatGPT said:
ChatGPT






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स्कैम पर सामाजिक जागरूकता के लिए शॉर्ट फिल्म स्क्रिप्ट का पुनर्लेखन (संक्षेप में) शीर्षक: "फरेब का जाल" स्थान: एक मध्यम वर्गीय परिवार का घर और एक सामान्य कॉल सेंटर दृश्य 1: (सुबह का समय, एक परिवार नाश्ता कर रहा है।) पिता: (अखबार पढ़ते हुए) आजकल इतने स्कैम हो रहे हैं। सबको सतर्क रहना चाहिए। बेटी: (मुस्कुराते हुए) पापा, हमें पता है। हम स्मार्ट हैं। दृश्य 2: (मां को फोन आता है।) स्कैमर: नमस्ते मैडम, मैं बैंक से बोल रहा हूं। आपका खाता ब्लॉक हो गया है। मां: (घबराकर) क्या? ऐसा कैसे हो सकता है? स्कैमर: कृपया अपना ओटीपी बताएं। हम आपकी मदद करेंगे। (मां अपना ओटीपी बता देती हैं।) दृश्य 3: (बेटा कमरे में आता है और मां से फोन छीनता है।) बेटा: (गुस्से में) मां, आपने ओटीपी क्यों दिया? ये लोग ठग हैं। मां: (पछताते हुए) मुझे लगा कि ये असली बैंक से हैं। दृश्य 4: (परिवार साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल करता है।) पिता: (हेल्पलाइन पर) हमने तुरंत शिकायत दर्ज कर दी है। दृश्य 5: (स्कैम के बारे में जागरूकता फैलाने वाला संदेश स्क्रीन पर दिखता है।) वॉयसओवर: "किसी से भी अपना निजी डेटा साझा न करें। सतर्क रहें, जागरूक बनें।" अंतिम सीन: (परिवार एक साथ बैठा है, और टीवी पर साइबर सुरक्षा का विज्ञापन देख रहा है।) पिता: देखो, यही बात मैं कह रहा था। हमें सतर्क रहना चाहिए। संदेश: "जानकारी ही सुरक्षा है। जागरूक रहें और दूसरों को भी सतर्क रहें । 

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