गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी प्रस्तुति
०००००००००००००००००००००००००००००
राग यमन कल्याण पर आधारित
ताल दादरा
—----+-----_-_-_-_-_-_-_-_-_---_-__-_-_-
नारी न होती तो माँ किस को कहते ।
ये सृष्टि न होती न जीवन संवरते
नारी से ही सृष्टि रचना, जीवन से जीवन की संरचना
1. देव और दानव गंधर्व मानव नारी की ममता के
परिणाम पल्लव ।
शक्ति ये शिव की क्यों न समझते......
सृष्टि न होती न जीवन संवरते......नारी से ही...
2, मरियम से ईसा अमीना मोहम्मद महावीर त्रिशला से बुद्धम माया से....
संसार में जितने धर्म फलते नारी न होती
कैसे महकते........नारी से ही.......
3. स्वर्गिक सुख है, जीवन में उनके जो करते
सम्मान हर नारी के.......
बहन बुआ सखी पत्नी के रिश्ते
नारी न होती कैसे महकते
नारी से ही.......
==============================
गीतकार संगीतकार : हरिओम जोशी
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::''':::::::::::::::::::
Nearly 5-6 best songs I created . This is a big social problem in our world people do not respect girls . ... So it may send a massage to the world.
ReplyDelete