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Sunday 22 December 2019

KAB LARYA CHHO BARAATI

कब लारिया छो बराती
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राजस्थानी प्रेमिका का मनुहार गीत
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गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी
(8619027915)
boonworldofmusic@gmail.com
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ओ जी म्हारा जनम जनम रा साथी
देवर जी रा बीर कब लारिया छो बाराती
कब लारिया छो बाराती
ऐ जी म्हारी दूःख री छे छाती ।।

ईं जनम में बाट जोवूँ कब रे थे आवोला
आख्याँ में बस्या छो साजन काँई सूनी राखोला ।।
तन मन यो सुलग रियो छे दीप जैयाँ बाती ।।।
देवर जी रा बीर ........
म्हारो बापू घरां घरां में घूमबा जावे है।
बेटी रा लगन री खातिर टेवा मिलाने है।
पल पल थारी बाट निहारी जीवडो तडपाती
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प्रस्तुत गीत में नायिका अपने प्रेमी (भावी जीवनसाथी) की संकल्पना कर अपने भावों की व्याख्या कर रही है ।
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