श्रद्धा सबूरी वाले की रहमत बरस रही ।।
1 आते हैं सवाली कई मायूसियों भरे ।
दिल मे यकी़न एक यही कि़स्मत बदल रही ।।
शिरडी ..........
2. मिटते हैं यहां रोग सभी और कष्ट भी ।
होती हैं पूरी ख्वाहिशें जो थी तडप रही ।
शिरडी ..........
3. लाखों हुए निहाल बिना भेदभाव के ।
रोगी धनी ग़रीब सभी को सुकूँ यहीं ।।
शिरडी में सांई बाबा की रहमत बरस रही ।
श्रद्धा सबूरी वाले की रहमत बरस रही ।।
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गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी
सह गायिका अर्तिका सिंह
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