गायन यामिनी झाला
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ज़िंदगी संवारनी तो खाटू नगरी चालो
खाटू नगरी चाल बाबा श्याम ने मनालो
श्याम शरन् में लौट लगाकर सगला सुख पालो
कोरस :- के खाटूश्याम भजले रे बाबा श्याम भजले रे
1. हार्यां रो सहारो श्याम दुःखियां रो साथी ।
उजली रखेलो थारा जीवन री बाती ।
कोरस :- के खाटू ..............
2. आया जो भी शरणां श्याम सब सुख पाया ।
रोता तडपता आया मनचित पाया ।।
कोरस :- के खाटूश्याम ..........
3.कलजुग में सांचो थारो खाटू श्याम देवरो ।
लखदातारी देवे भर भर देवे बेवडो ।।
कोरस :- के खाटू श्याम ........
4. कोई भी न खाली जावे रंक या फकीर हो ।
किस्मत में लिखी हो या कष्टां री लकीर हो ।।
कोरस :- के खाटूश्याम .........
गीत-संगीत हरिओम जोशी
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