गीत संगीत हरिओम जोशी
कुबूल कर हक़ीक़त मेरी जानेजानां ।
मानो या ना मानो मेरा फ़र्ज़ कहना ।।
कहीं फिर मिले ना मिले ये फ़साना ।।
कभी शर्त रखना नहीं प्यार में वो ।
बन जाये मुश्किल वादे निभाना ।।
भले खूबसूरत हो चेहरे से जानम्।
ज़रूरी नहीं हो वो दिल आशिकाना ।।
मय के पियालों से उम्मीद करना ।
नहीं यारों मुमकिन प्यास बुझाना ।।
तेरी ख्वाहिशें हों जन्नत सी महकी ।
हसीं ख्वाब में तुम यूं ना बहकना ।।
::::::::: गीतकार संगीतकार हरिओम जोशी:::::::::
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