गीत संगीत हरिओम जोशी
उउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउ
मुहब्बत की तड़प
ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्ण्च्
देर ना करो अब वक़्त निकला जाये ।मेरे हसीन दिलवर तेरी याद है सताये।।
है दिल की बेकरारी , पर तेरी बेखयाली।
कितना हसीं है मौसम यूं ही गुज़र ना जाये ।।
ये जान अब तुम्हारी मेरा सबकुछ है तुम्हारा ।
यूं ना तड़पता छोड़ो दम निकल ना जाये ।।
कैसे बताऊं तुमको कितनी मेरी है ख्वाहिश ।
लफ़्ज़ों से कहना मुश्किल तुमको समझ न आए ।।
तेरे मिलन की खातिर दुनिया को भी भुलाया ।
तेरी ये बेकद्री मेरे दिल को क्यों सताये ।।
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