जय हनुमान जय जय हनुमान
      करो कृपा हे कृपा निधान।।
।. केसरी नंदन मूलनिकंदन, भव भय भंजन जय हनुमान।
   पवनपुत्र अंजनी के लाला, राम भक्त हम तव शरणं।।
              बजरंगी बागेश्वरं राम दूत संकट हरणं......
2. तीन लोक तैंतीस भुवन में, श्री बजरंगबली हनुमान।
    शरणागत के रक्षक बाला, बागेश्वर वाले हनुमान।।
              बजरंगी बागेश्वरं राम दूत.........
3. मेहंदी पुर सालासर विराजे हर गांव शहर के द्वार पे राजे।
   क्षेत्रपाल खेड़ा पति भक्तों के रक्षक हनुमान।।
 
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